Sunday, 20 May 2018

समय प्रवंधन जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग: प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा

समय प्रवंधन जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग: प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा

सिकंदर महान अपनी माँ से मिलने के लिए अपना सम्पूर्ण राज्य दे कर अपने जीवन को दो दिन बढ़ाना चाहता था, और इसके लिये उसने अपने हकीमों से गिड़गिड़ा कर प्रार्थना की थी; परन्तु अपनी सारी कोशिशों के बाबजूद वे उस महान सम्राट को बचा नहीं पाए. इसी प्रकार हिंदी फिल्मों की महान अभिनेत्री 'नूतन' कैंसर से पीड़ित थी और उसका बेटा उसे देखने आ रहा था. नूतन की अंतिम इच्छा अपने बेटे से मिलने की थी पर बेटे के पहुंचने से केवल २० सेकंड पहले उसकी मृत्यु हो गयी. इन घटनाओं से हमे समय का महत्व समझ में आता है. मैनेजमेंट डेवलपमेंट अकादमी के चेयरमैन प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा आज श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, जयपुर  द्वारा मोती डूंगरी रोड स्थित दादाबाड़ी में युवाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में Smart Time Management विषय पर बोल रहे थे. 


 प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा दादाबाड़ी में Smart Time Management विषय पर बोलते हुए
प्रोफ़ेसर अरोड़ा ने कहा की भगवान महावीर गृहस्थ अवस्था में वैभवशाली राजकुमार वर्द्धमान थे परन्तु जब वे वैभव को त्याग कर साधु बने तब जीवन में अध्यात्म को प्रमुखता दी और एक एक क्षण का उपयोग कर अपना सम्पूर्ण समय उद्देश्य की सिद्धि में लगा दिया. उन्होंने कहा की हम भी केवल वैभव के प्रदर्शन में ही अपना समय व्यर्थ न करें.

उन्होंने आगे कहा की जीवन समय से ही बना है. जीवन के सात मुख्य आयामों शारीरिक, मानसिक,  पारिवारिक, सामाजिक, व्यापारिक, भावनात्मक, एवं आध्यात्मिक कर्तव्यों के बीच संतुलन एवं उनमे समय का सही प्रवंधन करने से जीवन को सार्थक और सफल बनाया जा सकता है. उन्होंने समय प्रवंधन को सभी प्रवंधन तकनीकों में सबसे महत्वपूर्ण और सफलता का सूत्र बताया.  


दादाबाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में दर्शकों को सम्वोधित करते हुए प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा 
खरतर गच्छ संघ के सांस्कृतिक मंत्री श्री अनिल श्रीमाल ने एक भावगीत के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ किया. खरतर गच्छ संघ के मंत्री ज्योति कोठारी ने प्रोफेसर अरोड़ा का परिचय देते हुए उन्हें प्रवंधन गुरु एवं प्रभावी वक्ता के रूप में अभिहित किया. आयोजक संगठनों के अध्यक्ष सर्वश्री प्रकाश चन्द लोढ़ा, सुनील महमवाल, देवेंद्र मालू एवं हेमंत टांक ने माला एवं साफा पहना कर श्री अरोड़ा जी का स्वागत किया. 

कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तरी में नितिन बागरेचा, अभिषेक राक्यान आदि युवाओं ने सम्वन्धित विषय पर प्रश्न पूछे जिसका प्रोफ़ेसर अरोड़ा ने उत्तर दिया. तपागच्छ संघ के महासमिति सदस्य श्री विमल पुनमिया एवं श्री शांति सिंघी ने भी अपने विचार व्यक्त किये. 

कार्यक्रम संयोजक ज्योति कोठारी ने कहा की भगवान  महावीर ने अपने प्रथम शिष्य गणधर गौतम स्वामी को बार बार कहा था की "हे गौतम, एक समय का भी प्रमाद मत करो".  इस बात से जैन धर्म में समय प्रवंधन का महत्व रेखांकित होता है. उन्होंने प्रोफ़ेसर रमेश अरोड़ा जी, इस कार्यक्रम से जुड़नेवाले सभी संगठनों, खरतर गच्छ संघ, श्रीमाल सभा, खरतर गच्छ युवा परिषद् , जिन दत्त कुशल सूरी युवा मंडल एवं उपस्थित युवाओं, एवं सभी श्रोताओं को धन्यवाद अर्पित किया. 

विशेष: श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, जयपुर युवाओं के लिए लगातार विशेष कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. इस कड़ी में यह चौथा रविवार था. अन्य जैन संगठन भी अब इस कार्यक्रम से जुड़ने लगे हैं और इसके लिए उन सभी का आभार एवं अधिक से अधिक युवा जुड़ें इसके लिए आत्मीय निवेदन.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Sunday, 13 May 2018

जैन युवाओं पर परिचर्चा

जैन युवाओं पर परिचर्चा 

खरतर गच्छ संघ की ओर से जैन युवाओं को विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से जोड़ने के अभियान में आज शिवजीराम भवन में युवाओं ने खेल गतिविधियों पर चर्चा की. खरतर गच्छ संघ द्वारा युवाओं को सामाजिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है और हर रविवार युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. विगत दो रविवार भी इसी प्रकार की परिचर्चा की गई थी जिसमे संघ के पदाधिकारियों ने युवा मन की बात सुनी थी.

News discussion on Jain youth at Jaipur
जैन युवाओं पर प्रथम कार्यक्रम 29 अप्रैल का समाचार 

दोनों कार्यक्रमों में युवाओं ने खुलकर अपने व्यक्तिगत, आर्थिक, व्यावसायिक, सामाजिक, धार्मिक आदि विषयों पर चर्चा की और अपने विचारों से अवगत कराया. 

News discussion on Jain youngsters at Jaipur
जैन युवाओं पर दूसरे कार्यक्रम ६ मई का समाचार 
मुख्य वक्ता जयपुर शतरंज संघ के पूर्व संयुक्त सचिव संदीप गोलेछा ने युवाओं से शतरंज के खेल से जुड़ने के लिए आह्वान किया। उन्होंने बताया राजस्थान में अभी इस खेल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है उन्होंने संघ के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि संघ आगे आकर अपने सदस्यों को खासकर युवाओं को इस खेल से जोड़ने के लिए उन्हें सुविधाएं प्रदान करें।

Sandip Golechha Chess speaking in Jain youth program
जयपुर शतरंज संघ के पूर्व संयुक्त सचिव सचिन गोलेच्छा 
इसके बाद उपस्थित युवा  सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।

 अभिषेक राक्यान ने कहा कि शतरंज की प्रतियोगिता आयोजित की जाए। विकास बाठिंया ने कहा कि शतरंज के साथ कैरम कि भी प्रतियोगिता कराई जाए। नितिन बागरेचा ने इसके साथ ही बैडमिंटन व अन्य खेल  गतिविधियों को जोड़ने की मांग की। दर्शन कोठारी ने कहा कि युवाओं के लिए कैरियर एवं व्यापार महत्वपूर्ण होता है अतः उस पर भी काम होना चाहिए।

युवाओं ने ये भी कहा कि अच्छे वक्ताओं को बुलाया जाए जो युवाओं को प्रेरित कर सकें एवं भविष्य के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर सकें।

Letter of Maniprabh Suri for Jain youth program
 गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री मणिप्रभ सूरीश्वर जी महाराज के आशीर्वाद का पत्र 
संघमंत्री ज्योति कोठारी ने युवाओं के विचार सुने एवं उस पर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया की परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री मणिप्रभ सूरीश्वर जी महाराज ने भी इस कार्यक्रम के लिए अपना आशीर्वाद भिजवाया है.

ज्योति कोठारी
संघमंत्री




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