Sunday, 21 January 2018

जैन धार्मिक पाठशाला के प्रमाण पत्र वितरित


धार्मिक शिक्षा के प्रमाण पत्र वितरित

आज प्रातः खरतर गच्छ संघ, जयपुर  द्वारा संचालित जैन धार्मिक पाठशाला के बालक-बालिकाओं को परम पूज्या प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभा श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा ६ की निश्रा में प्रमाण पत्र वितरित किया गया. संघ के गणमान्य सदस्यों ने प्रमाण पत्र प्रदान किया। संघ कार्यकारिणी के सदस्य श्री संजय छाजेड़, पूर्व सदस्य श्री प्रकाश बांठिया, श्री विमल भंसाली, श्रीमती कुसुम डागा, श्रीमती स्नेहलता बांठिया, श्रीमती खारेड़ आदि ने विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये.

Jain Dharmik pathshala jaipur khartar gachchh sangh
प्रमाण पत्र  के साथ धार्मिक पाठशाला के विद्यार्थीगण 
इससे पूर्व प्रवर्तिनी श्री जी ने एक घंटे का प्रवचन भी दिया. आपने धार्मिक पाठशाला के विद्यार्थिओं को प्रेरणा देते हुए कहा की ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती अतः विद्यार्थिओं को बिना रुके विद्या का अभ्यास करते हुए अपना ज्ञान बढ़ाते रहना चाहिए.

इस अवसर पर संघ मंत्री ज्योति कोठारी ने अपने उद्वोधन में कहा की इस वर्ष सतत स्वाध्याय निमग्ना परम पूज्य स्वर्गीया प्रवर्तिनी श्री सज्जन श्री जी महाराज साहब की पुण्य तिथि मौन एकादशी के दिन धार्मिक शिक्षा के लिए एक अभियान की शुरुआत की गई जिसे धीरे धीरे सफलता मिल रही है. उन्होंने परम पूज्या प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभा श्री जी महाराज साहब से आग्रह किया की वे अपने जयपुर प्रवास के दौरान इस काम के लिए लोगों को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्रदान करें. उन्होंने सभी से अपने बच्चों को नियमित रूप से पाठशाला भेजने का आग्रह किया।
Jain Dharmik pathshala khartar gachchh sangh jaipur

परम पूज्या प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभा श्री जी महाराज पाठशाला के विद्यार्थियों के साथ 
खरतर गच्छ संघ द्वारा बालक-बालिकाओं के लिए रविवारीय पाठशाला  चलाई जा रही है एवं इसका दायित्व संघ की युवा शाखा खरतर गच्छ युवा परिषद् ने संभाल रखा है. कुमारी श्रेया डागा एवं श्रीमती प्रतिभा जी दफ्तरी भी शिक्षण कार्य में अपना योगदान दे रहीं हैं. कार्यकर्ताओं के सहयोग से यह पाठशाला सुचारु रूप से चल रही है और बालक-बालिकागण यहाँ नियमित रूप से धार्मिक शिक्षा एवं संस्कार प्राप्त कर रहे हैं.

परम पूज्या प्रवर्तिनी श्री जी कल ही विचक्षण भवन पधारीं हैं और २३ जनवरी तक यहीं विराजेंगी.

Thanks,
Jyoti Kothari


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