इसके बाद उपश्थित श्रद्धालुओं के लिए नाश्ते का आयोजन किया गया.
नाश्ते के बाद श्री नन्दीश्वर द्वीप की पूजा पढाई गई . यह प्राचीन पूजा आमेर मंदिर में ही दो सौ वर्ष पूर्व रचित हुई थी. तब से ही यह पूजा यहाँ पर अनवरत रूप से होती चली आ रही है. इस अवसर पर सदा की भांति नन्दीश्वर द्वीप की रचना भी की गई. नन्दीश्वर द्वीप के बावन जिनालयों में बावन जिन प्रतिमाओं की पूजा की गई. इन सभी जिनालयों को अच्छी तरह से श्रृंगारित व सुशोभित किया गया था.
पूजा के मध्य में मंदिर के ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी हुआ. श्री विजय कुमार सचेती परिवार ने चढ़ावा बोल कर ध्वजा चढाने का लाभ लिया. पूज्या साध्वी मंडल के अतिरिक्त संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मानक चंद गोलेछा ने पूजा पढ़ने में विशेष योगदान दिया.
पूजा के बाद साधर्मी वात्सल्य का आयोजन था. इस कार्यक्रम में लगभग २५०० लोगों उपस्थित थे. श्वेताम्बर आम्नाय के सभी पंथ खरतर गच्छ, तप गच्छ, स्थानक वासी, तेरापंथी आदि सभी ने इस मेले में भाग लिया. खरतर गच्छ संघ की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती जतन कँवर गोलेछा, पूर्व अध्यक्ष श्री कुशल चंद सुराना, पूर्व मंत्री श्री नवरतन माल श्रीश्रीमाल, श्रीमाल सभा के मंत्री श्री धर्मेन्द्र टांक, मुल्तान सभा के मंत्री श्री नेमकुमार जैन व पूर्व अध्यक्ष श्री त्रिलोकचंद सिंघी, जवाहर नगर संघ के मंत्री श्री तिलोक चंद गोलेछा आदि अनेक गणमान्य व्यक्तिओं के साथ ही संघ के वर्त्तमान पदाधिकारियो व कर्करिणी समिति के सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया.
भोजन व्यवस्था का संयोजन संघ के उपाध्यक्ष श्री राजेंद्र कुमार छाजेड एवं कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल डागा ने किया. आमेर के व्यवस्थापक श्री प्रताप लुनावत ने विशेष परिश्रम से सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाया. श्री कमल लोढा की और से निशुल्क कैटरिंग की गई.
इस कार्य क्रम को भास्कर T V ने भी दिखाया.
कार्यक्रम का आयोजन श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, जयपुर की और से कराया गया. कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिया संघ मंत्री श्री ज्योति कोठारी ने समस्त संघ का एवं सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताया.
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