Thursday, 29 March 2012

Navpad Oli in Jaipur

Navpad Oli has begun today on March 29, 2012. This is Chitra Oli another one is observed in Ashwina. Sri Jain Shwetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur has been organizing the auspicious Jain festival in the auspices of Sadhvi Suyasha Sri Ji, Praguna Sri Ji and Viratiyasha  Sri Ji at Vichakshan Bhawan. Worshipers, both male and female are observing all rituals (Kriya) at Vichakshan Bhawan.

There is arrangement for Ayambil at Amil Khata in Shivjiram Bhawan.  Sri Suresh Mutha family has sponsored "Ayambil" for all followers.


 Navpad Oli has a great significance in Jainism. Jain community worship Navpad during  nine days of Navpad Oli. It began on Chaitra Shukla Shashthi and will end on Chaitra Shukla Purnima, April 6, 2012.   Daily Pujan and all Vidhi Vidhan are going on about Navpad Oli is being celebrated.

A good number of devotees are observing Ayambil Tap to worship Navpad alias Siddhachakra.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Sunday, 25 March 2012

साध्वी श्री सुदर्शना श्री जी की गुणानुवाद सभा


 प्. पू. साध्वी श्री सुदर्शना श्री जी म. सा. का कल प्रातः जयपुर में देवलोकगमन हो गया. उन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज दिनांक २५ मार्च २०१२ रविवार प्रातः ९ बजे मोती डूंगरी दादाबाड़ी प्रांगन प. पू. साध्वी श्री सुयशा श्री जी आदि ठाना ३ की निश्रा में गुणानुवाद सभा आयोजित की गई. श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, श्रीमाल सभा, मुल्तान सभा एवं जयपुर के समस्त स्थानीय जैन संघों ने इसमें भाग लिया.

श्री संजय छाजेड के भजन एवं साध्वी श्री सुयशा श्री जी के मंगलाचरण  से सभा प्रारंभ हुई.

श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ की और से संघ मंत्री ज्योति कोठारी ने सभा का सञ्चालन किया एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए साध्वी श्री के निर्मल एवं अखंड चारित्र व सुदीर्घ अस्वस्थता के समय उनकी समता का उल्लेख किया. साध्वी जी की अस्वस्थता के समय जिन लोगों ने भी उनकी सेवा की उन सभी की विशेष रूप से डा. श्री विनय सक्सेना व श्रीमती चन्द्रा टांक  की सेवाओं का उल्लेख किया.

मुल्तान सभा की और से मंत्री श्री नेम कुमार जैन, तपागच्छ संघ की और से अध्यक्ष श्री नरेन्द्र लुनावत, जवाहरनगर संघ से मंत्री श्री तिलोक चन्द गोलेछा ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. श्यामनगर संघ के अध्यक्ष श्री बिरदिमल दासोत ने साधना में गुण स्थानकों के क्रम का उल्लेख करते हुए साध्वी श्री के गुणों का स्मरण किया. उन्होंने बताया की स्वर्गीया साध्वी श्री के चातुर्मास का लाभ श्यामनगर संघ को मिल चुका है.  मालवीयनगर संघ की और से श्री चंद्रप्रकाश सिंघी ने साध्वी जी के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला. श्रीमती दुर्गा शर्मा, श्रीमती निर्मला जी ( साध्वी श्री की सांसारिक बहन), श्री आत्माराम बोहरा, वीर बालिका महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या सुश्री सरोज कोचर आदि ने भी अपने बक्तव्यों से सभा को उद्वोधित किया.

डा. विनय सक्सेना ने कहा की उन्हें साध्वी श्री की सेवा का लाभ मिला यह उनके लिए सौभाग्य का विषय है. 

इस अवसर पर प्. पू. आचार्य भगवंत कैलाश सागर सुरिश्वर जी, गनिवार्य श्री पूर्णानंदसागर जी,  महत्तर साध्वी श्री विनीता श्री जी, श्री चन्द्रकला श्री जी, प्रवर्तिनी श्री चंद्रप्रभा श्री जी, साध्वी श्री मनोहर श्री जी, साध्वी श्री मणिप्रभा    श्री जी, साध्वी श्री शशिप्रभा श्री जी, साध्वी श्री नयप्रभा श्री जी,आदि के सन्देश प्राप्त हुए.

मानसरोवर संघ, जैन युवा परिषद्, जैन दिवाकर संस्थान, अरहम सेवा संस्थान, विधायक श्री मोहनलाल गुप्ता, पार्षद श्री अजय यादव आदि के शोक सन्देश भी प्राप्त हुए जिसे पढ़कर सुनाया गया.

श्री जैन श्वेताम्बर सभा के मानद मंत्री श्री धर्मेन्द्र टांक ने साध्वी श्री के संयम जीवन की अनुमोदन करते हुए सभी संघों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने सेवा की.

साध्वी श्री प्रगुणा  श्री ने अपने उद्वोधन में कहा की उनकी गुरुवर्य सदा ज्ञान-ध्यान में रत रहीं. स्वाध्याय एवं जप की निरंतर साधना चलती रहती थी. उन्होंने खरतर गच्छ संघ एवं श्रीमाल सभा का साध्वी श्री की सेवा के लिए आभार व्यक्त किया. अंत में तपस्वी साध्वी श्री सुयशा श्री जी के मंगल पाठ के साथ सभा समाप्त हुई.

Sadhvi Sudarshana Sri Ji left for her heavenly abode


Thanks,
Jyoti Kothari

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Sadhvi Sudarshana Sri Ji left for her heavenly abode

Sadhvi Sudarshana Sri Ji in her heavenly abode: Sadhwi Suyasha Sri and Sadhvi Praguna Sri standing both sides


Sadhvi Sudarshana Sri Ji, disciple of late Pravartini sri Vichakshan Sri Ji left for her heavenly abode today (March 24, 2012) morning at 7.10 AM at Dadabadi, Moti Doongri Road, Jaipur. She had been suffering from severe illness since last nine months. Thousands of devotees offered their homage to the reverend sadhvi sri. Several Sangh such as Sri Jain Shwetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur; Shrimal Sabha, Multan Sabha,  Tapa Gachchh Sangh, Sanghs of Jawaharnagar, Malviyanagar, Shyamnagar, Mansarovar paid their homage by putting "Kambli" on her. Sri Rikhab Jharchur, Vice-President Akhil Bharatiya Khartar Gachchh Mahasangh also paid his homage coming from Mumbai.

This was sad end of her 70 years journey in the planet. She was born and brought up in Multan (presently in Pakistan) and came India after division. She was initiated at her early age (14) at Palitana and observed her "Charitra" for 56 long years. She remained tranquil during all her illness. She used to say that her teacher lived life of equanimity and she was trying to follow her footsteps.

Two of her elder sisters, Sadhwi Sri Chandrakala Sri Ji and sadhwi Sri Sulochana Sri ji are also living life of nuns. Presently they are in Malpura dadabadi.

Dead body of Sadhvi Sri Sudarshana Sri ji was taken with a procession comprising elephants, horses, musical bands and singers. Thousands of men and women took part in her last procession. Her earthly body was finally taken to Adarshnagar Mokshdham for funeral. Several renowned people including Mr. Arun Chaturvedi, President, BJP (Rajasthan) took part in the funeral along with people from the different segments of the society.

Mundane relatives of Sadvi ji ignited her "Chita" and her earthly body met with five elements.Sri Jain Shwetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur; Shrimal Sabha and Multan Sabha will jointly organize her "Gunanuvad Sabha" at Dadabadi, Moti Doongri tomorrow March 25, 2012, Sunday between 9 and 10 AM.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Thursday, 22 March 2012

नववर्ष की शुभ कामनाएं

श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ की और से संघ के सभी सदस्यों एवं पाठकों के लिए नववर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं!! अरिहंत परमात्मा से प्रार्थना है की आनेवाला वर्ष आपके लिए शुभ एवं मंगलमय हो.

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक २३ मार्च से विक्रम संवत २०६९ प्रारंभ हो ने जा रहा है. यह भारतीय नव वर्ष है. इस दिन संघ की और से श्री सुपार्श्वनाथ स्वामी के बड़े मंदिर (दड़ा, घीवालों का रास्ता, जोहरी बाज़ार) में प्रातः ९ बजे से मंगलकारी सत्रह भेदी पूजा का आयोजन रखा गया है. संघ में सभी का मंगल हो इस भाव से रखे गए पूजा में पधार कर लाभ लेने हेतु सभी से आग्रह भरी विनती है.

खरतर गच्छ संघ के चैत्र मास के कार्यक्रम

Festivals in India: Indian New year
Thanks
Jyoti Kothari

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Monday, 19 March 2012

Kailash Chand Bhansali, MLA, Jodhpur visited Shivjiram Bhawan


Sri Kailash Chand Bhansali, MLA, Jodhpur visited Shivjiram Bhawan, HQ of Sri Jain Shwetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur today March 19, 2012. He is member of privilege committee Rajasthan legislative assembly and Treasurer, BJP, Rajasthan.

Jyoti Kothari, Secretary, Khartar Gachchh Sangh welcome him to Sangh Bhawan and took him for lunch. He enjoyed his lunch very much at Bhojanshala. Sri Prakash Khawad and Sri Ajeet Bhandari felicitated him at the office. Mr. Bhansali accepted invitation of Jyoti Kothari to be the chief guest on Chaitri Poornima Mela at Sanganer city on April 6.
 
Thanks,
Jyoti Kothari

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खरतर गच्छ संघ के चैत्र मास के कार्यक्रम


श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, जयपुर वर्ष भर निरंतर कार्यक्रम आयोजित करवाता रहता है. इसी कड़ी में अभी कुछ ही दिनों पूर्व मालपुरा में होली मेले का आयोजन किया गया था. चैत्र मास के शुक्ल प्रतिपदा से विक्रम संवत प्रारंभ हो रहा है. नव वर्ष के शुभ दिवस से ही संघ में अनेको कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है.

सर्व प्रथम नव वर्ष के दिन (२३ मार्च २०१२, शुक्रवार) प्रातः ९ बजे से श्री सुपार्श्वनाथ भगवन के मंदिर, (पंचायती मंदिर, दड़ा) में भगवन की बड़ी पूजा पढाई जाएगी. संघ में सभी के लिए शुभ व कल्याणकारी यह पूजा का कार्यक्रम नव वर्ष की मंगल बेला में आयोजित होगा.

दिनांक २९ मार्च से ९ दिवसीय नवपद जी की ओली प्रारंभ होगी. ओली जी की क्रियाएं परम पूज्या साध्वी श्री सुयशा श्री जी म. सा. के सान्निध्य में श्री विचक्षण भवन में होगी एवं आयम्बिल की व्यवस्था  शिवजीराम भवन में रहेगी. मुथा परिवार आयम्बिल व्यवस्था के लाभार्थी हैं.
 Jain Festival of India: Navpad Oli (Ayambil) in Jainism

नवपद ओली के उपलक्ष्य में पंचायती मंदिर में ४ अप्रैल २०१२ को दोपहर २ बजे से नवपद जी की पूजा पढाई जाएगी.

महावीर जयंती के उपलक्ष्य में श्री सुपार्श्वनाथ भगवन के मंदिर, (पंचायती मंदिर, दड़ा) में श्री महावीर स्वामी पूजा ५ अप्रैल २०१२ प्रातः ९.३० बजे से पढाई जाएगी. श्री जैन युवा परिषद्, जयपुर इस कार्यक्रम के लाभार्थी हैं.

गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी चैत्री पूर्णिमा के अवसर पर श्री ऋषभदेव स्वामी के प्राचीन मंदिर, सांगानेर शहर में मेले का आयोजन किया गया है.  ६ अप्रैल २०१२, शुक्रवार को प्रातः ९ बजे से नवाणु प्रकारी पूजा पढाई जाएगी. पूजन के पश्चात सधर्मी वात्सल्य का कार्यक्रम रहेगा. श्रीमती मीनादेवी धर्मपत्नी श्री पुष्पेन्द्र जी सुराना के वर्शिताप के अनुमोदनार्थ श्री कुशलचन्द  जी विमलचंद जी सुराना परिवार ने इस कार्यक्रम का सम्पूर्ण लाभ लिया है.

इसी दिन नवपद ओली की पूर्णाहुति के उपलक्ष्य में ओली के आराधकों द्वारा विचक्षण भवन में दोपहर २.३० बजे से नवपद जी की पूजा पढाई जाएगी.

उपरोक्त सभी कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु साधर्मी बंधुओं व भक्त जानो से सदर विनती है. कृपया कार्यक्रमों में पधार कर एवं अनुष्ठानो में भाग ले कर धर्म लाभ ले.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Friday, 9 March 2012

प. पू. श्री विनय मुनि एवं साध्वी श्री सुदर्शना श्री का चातुर्मास शिवजीराम भवन में

Param Pujya Sri Kushal Muni Maharaj

Param Pujya Sri Vinay Muni Maharaj , Palitana 


वर्षीतप आराधक  प. पू. श्री विनय मुनि एवं साध्वी श्री सुदर्शना श्री का चातुर्मास इस वर्ष शिवजीराम भवन में होना निश्चित हुआ है. प. पू. श्री विनय मुनि खरतर गच्छिय प. पू. मुनि श्री मोहनलाल जी महाराज के समुदाय के तपस्वी रत्न प. पू. श्री राजेंद्र मुनि के शिष्य हैं. वे प. पू. श्री जयानंद मुनि के शिष्य श्री कुशल मुनि के आज्ञानुवर्ती हैं.  प. पू. श्री विनय मुनि आदि  ठाना ४ इस वर्ष (३ जुलाई से प्रारंभ होने वाले) खरतर गच्छ संघ, जयपुर में चातुर्मास करेंगे. प्. पू. श्री कुशल मुनि के सान्निध्य में खरतर गच्छ के संघ मंत्री ज्योति कोठारी एवं कार्यकारिणी सदस्य श्री यशवंत गोलेछा ने पलिताना तीर्थ में उनके चातुर्मास की जय बुलवाई.

प्. पू. प्रवर्तिनी महोदया स्व. श्री  विचक्षण श्री जी महाराज सा. की सुशिष्या एवं साध्वी श्री चन्द्रकला श्री जी की आज्ञानुवर्तिनी  साध्वी श्री सुदर्शना श्री जी आदि ठाना ४ का चातुर्मास भी इस वर्ष खरतर गच्छ संघ जयपुर में होना निश्चित हुआ है. प. पू. साध्वी श्री चन्द्रकला श्री जीमहाराज की निश्रा में मालपुरा तीर्थ में उनके चातुर्मास की जय बुलवाई गई.

अनेक वर्षों के बाद ऐसा शुभ अवसर आया है जब साधू भगवंत एवं साध्वी भगवंतों का चातुर्मास एक साथ होने जा रहा है.अत्यंत प्रसन्नता की बात है की इस वर्ष चतुर्विध संघ को एक साथ मिलकर चातुर्मास की आराधना करने का सुअवसर उपस्थित हुआ है.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Holi Mela 2012 at Malpura Dadabadi

 Sri Jain Swetambar Khartargachchh Sangh, Jaipur organized Holi Mela on March 7 and 8, 2012 at Sri Jin Kushal Suri Dadabadi, Malpura. There was huge crowd on the event, much more than previous years.
Grand Bhakti Sandhya (Ratri Jagaran) was organized on 7th night after Arati. The Bhakti Sandhya continues for the whole night. The main hall was full and people were sitting outside in the lawn and gallery to view it in the large screens.

Dadagurudev badi pooja was performed on the next day March 8. Kuhad family of Jaipur sponsored the whole program including Sadharmi Vatsalya.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Thursday, 1 March 2012

Khartar executive met Acharya sri and Upadhyay ji


 Several members of the executive committee have taken a tour of Pali, Jaisalmer, Brahmasar, Nakoda, Jodhpur, Phalodi Parshwanath, Merta city and Ajmer during February 26 and 29. Team members were Mohanlal Daga, Rajendra Bhansali, Sohanlal Surana, Mahesh Mahamwal, Vimal Bhandari along with Jyoti Kothari, secretary.

They met Sadhwi Sri Kalpalata Sri ji at Pali and then attended Dadabadi Pratishtha at Brahmasar. Jaisalmer comes in between. The team met Upadhyay sri Maniprabhsagar Ji and Sadhu  Manognyasagar Ji. They also met Sadhwi sri Vidyutprabha sri ji and Hemratna sri ji there.

After completion of Pratishtha ceremony the team moved to Nakoda Parshwanath where they met Acharya Sri Jin Kailashsagar Suri Ji and proceeded to Jodhpur. The Khartar Gachchh team went to Dadabadi and met Sadhwi Sri Sanyamjyoti ji. They went to meet Sri Lalitprabhsagar ji and Chandraprabhsagar ji at Samvodhidham. Sadhwi sri Ratanmala ji and Sadhwi sri Vijayprabha sri ji were also there.

The executive committee of Khartargachchh Sangh then proceeded to Falodi Parshwanath and attended "Dhwaja" of Dadabadi. Sri Vijaylal Dosi, President, Hari Vihar sponsored the whole program. They went to Samadhi of Yogiraj Anandghan Ji on way to Ajmer at Merta city.

The team get darshan of Dada Jin Dutt Suri at Ajmer and met Sadhwi Nayaprabha sri ji. The team returned to Jaipur on 29th night.

Thanks,
Jyoti Kothari

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