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Monday, 25 June 2012

ऋषभदेव (कटला) मंदिर का वार्षिकोत्सव संपन्न

 पार्टी वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री ऋषभदेव स्वामी (कटला) मंदिर का वार्षिकोत्सव 21 जून 2012 को परम पूज्य श्री विनय मुनि जी महाराज साहब की निश्रा में मनाया गया। इस दिन ठाट बाट के साथ सत्रह भेदी पूजा पढाई गई जिसके नवें पूजा में विजय मुहूर्त पर मंदिर के शिखर पर मंत्रोच्चार के साथ ध्वजा फहराई गई।

 संघ अध्यक्ष श्री मानकचंद जी गोलेछा एवं कटला मंदिर के व्यवस्थापक श्री विमल जी भण्डारी ने  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री निर्मल जी नाहटा, पार्षद, जयपुर नगर निगम का माला एवं सफा पहना कर स्वागत किया।

संघ मंत्री ज्योति कोठारी ने बताया की इस स्थान पर भव्य मंदिर एवं धर्मशाला निर्माण की योजना है। मुख्य अतिथि श्री नाहटा ने इस पुनीत कार्य में हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया इस पर संघ मंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया।

श्री ज्ञानचंद जी डागा परिवार ने बोली लेकर संघ की और से ध्वजा फहराई। परम पूज्य विनय मुनि जी महाराज ने वासक्षेप दल कर विधि संपन्न  करवाई। पूजा के बाद साधर्मी वात्सल्य का आयोजन रखा गया.

Thanks,
Jyoti Kothari

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Saturday, 26 May 2012

सांगानेर दादाबाड़ी में विनय मुनि के सान्निध्य में वार्षिकोत्सव एवं ध्वजारोहण 1 जून को

सांगानेर स्थित प्राचीन श्री जिन कुशल सूरी  दादाबाड़ी में परम पूज्य विनय मुनि के सान्निध्य में वार्षिकोत्सव
एवं ध्वजारोहण 1 जून को  संपन्न होगा। 400 वर्षों से भी अधिक प्राचीन इस दादाबाड़ी की प्रतिष्ठा
 इसी दिन हुई थी। इस उपलक्ष्य में लुनिया बाबा परिवार की और से दादागुरुदेव की बड़ी पूजा प्रातः 9 बजे से पढाई जाएगी। पूजा के मध्य में दादाबाड़ी में ध्वजा चढ़ेगी। पूजन पश्चात सधर्मी वात्सल्य का 
आयोजन रहेगा।

यह प्राचीन दादाबाड़ी चौथे दादा श्री जिन चन्द्र सूरी जी महाराज की प्रेरणा से सम्राट अकबर के मंत्री
 करमचंद बच्छावत ने बनवाई थी। दादाबाड़ी से कुछ ही दुरी पर सांगानेर शहर में श्री आदिनाथ स्वामी 
एवं चंदाप्रभु भगवन के दो प्राचीन मंदिर भी हैं।

परम पूज्य विनय मुनि आदि इस समय मालपुरा दादाबाड़ी में विराजमान हैं एवं 27 मई को वहां से विहार
कर 1 जून को सांगानेर दादाबाड़ी पहुचेंगे. 

यह सम्पूर्ण कार्यक्रम आपकी निश्रा में श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ द्वारा आयोजित किया जायेगा।
सभी साधर्मी बंधू सदर आमंत्रित हैं।

Thanks,
Jyoti Kothari

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Friday, 3 February 2012

मालपुरा मंदिर एवं दादाबाड़ी में ध्वजा एवं वार्षिकोत्सव


मालपुरा जैन मंदिर एवं दादाबाड़ी में ध्वजा एवं वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम आज २ फरबरी २०१२ को  संपन्न हुआ. इस अवसर पर श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ, जयपुर की ओर से मालपुरा श्री वासुपूज्य स्वामी मंदिर में  सत्रह भेदी पूजा पढाई गई. इस पूजा के अन्दर मालपुरा श्री वासुपूज्य स्वामी मंदिर, जिन कुशल सूरी दादाबाड़ी, अम्बिका देवी मंदिर एवं अन्य स्थानों पर ध्वजा चढ़ाई गई.

मालपुरा में ध्वजा के कायमी लाभार्थिओं ने इस शुभ अवसर पर उपस्थित रह कर ध्वजारोहण का लाभ लिया. संघ के अध्यक्ष श्री मानक चंद जी गोलेछा, मालपुरा व्यवस्थापक श्री प्रकाश जी बांठिया, कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रकाश जी खवाड आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे.

सम्पूर्ण विधि विधान विधिकारक श्री प्रेमचंद जी श्रीश्रीमाल ने संपन्न करवाया. इस अवसर पर सधर्मी वात्सल्य का भी आयोजन किया गया.

कल 3 फरबरी २०१२ को टोंक फाटक स्थित श्री महावीर स्वामी मंदिर में ध्वजारोहण एवं वार्षिकोत्सव रहेगा. सभी साधर्मी बंधू सदर आमंत्रित हैं.


Thanks, 
Jyoti Kothari

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Monday, 4 October 2010

खोह मंदिर में वार्षिकोत्सव संपन्न

आज खोह मंदिर में वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ. इस उपलक्ष्य में वहां प्रातः सत्रह भेदी पूजा पढाई गई. यह प्राचीन पूजा विविध राग रागिनिओं पर आधारित है. श्री मानक चंद गोलेछा एवं श्रीमती मनीषा राक्यान ने सुन्दर तरीके से यह पूजा पढ़ाई.  परम  पूज्या  साध्वी  श्री मणिप्रभा श्री जी की सुशिष्याओं का सान्निध्य भी इस कार्यक्रम में प्राप्त हुआ. इस कार्यक्रम में  बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया.
संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मानक चंद गोलेछा, उपाध्यक्ष श्री राजेंद्र कुमार छाजेड, कोषाध्यक्ष श्री मोहन लाल डागा, सांस्कृतिक मंत्री श्री राजेंद्र भंसाली आदि संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी गण इस अवसर पर वहां मौजूद थे.
इस  अवसर  पर  मंदिर के शिखर के ऊपर ध्वजा भी चढ़ाई गई. ध्वजा चढाने की बोली श्री  गौतम बोथरा ने ली.
सम्पूर्ण विधि विधान विधिकारक प्रेम चंद श्रीश्रीमाल द्वारा संपन्न कराइ गई.

सत्रह भेदी पूजा के बाद साधर्मी वात्सल्य का आयोजन हुआ.

इसके पूर्व कल दिनांक २ अक्टूबर को इसी मंदिर में अठारह अभिषेक करवाया गया. इसका विधि विधान भी विधिकारक प्रेम चंद श्रीश्रीमाल द्वारा संपन्न कराया  गया.

यह संपूर्ण कार्यक्रम श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ द्वारा आयोजित किया गया. खोह मंदिर के व्यवस्थापक श्री अशोक बुरड का कार्यक्रम को सफल बनाने में सराहनीय योगदान रहा.

यह बात विशेष रूप से उल्लेखनीय है की श्री सुपार्श्वनाथ स्वामी मंदिर, खोह जयपुर का प्राचीनतम जैन मंदिर है. जिसका अभी जीर्णोद्धार कराया जा रहा है.
मानचित्र, खोह मंदिर

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