Friday, 8 June 2012

चातुर्मास में पञ्च परमेष्ठी आराधना एवं व्याख्यानमाला

इस वर्ष चातुर्मास के दौरान श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ में परम पूज्य विनय मुनि जी महाराज आदि ठाना 3 एवं परम पूज्या साध्वी श्री सुयशा श्री जी महाराज आदि ठाना 2 के सान्निध्य में पञ्च परमेष्ठी आराधना एवं व्याख्यानमाला का आयोजन किया जायेगा। नवकार महामंत्र के प्रथम पांच पदों में
में पञ्च परमेष्ठी तत्त्व को नमस्कार किया गया है।   जयपुर में विराजित अन्य परम पूज्य साधू साध्वी भगवंतों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जायेगा।

यह कार्यक्रम चातुर्मास के प्रथम पांच रविबार अर्थात जुलाई महीने की 8, 15, 22 एवं 29 तारीख एवं अगस्त महीने की 5 तारीख को आयोजित होगा। प्रथम दिन अरिहंत पद, दुसरे दिन सिद्ध पद, तीसरे दिन आचार्य पद, चौथे दिन उपाध्याय पद एवं एवं पांचवें दिन साधू पद पर व्याख्यानमाला आयोजित होगी. इन सभी दिनों में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जैन विद्वानों जैसे डा. सागरमल जी जैन, डा. जे. बी. शाह आदि का प्रवचन होगा। साथ ही विशिष्ट प्रकार की पूजाए एवं जप आदि अनुष्ठान भी होंगे।

इन कार्यक्रमों में भारत के विभिन्न शहरों दिल्ली, मुंबई, कोल्कता, चेन्नई, बैंगलोर आदि के गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित होंगे।

शिवजीराम भवन में आयोजित होने वाले इन सभी कार्यक्रमों में सभी सधर्मी बंधू सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा बाद में प्रस्तुत कर दी जाएगी।

What is the importance of Navkar Mahamantra in Jainism?


Thanks,
Jyoti Kothari

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